Sad Shayari in Hindi - यदि आपको किसी ने दिल का दर्द दिया , छोड़ दिया है आपको मुहब्बत के झूठे वादे कर के तो दोस्तों आपको जरुरत है ऐसे चेहरे की जो आपकी हार्ट की फीलिंग को समझे लेकिन इस बेदर्द जमाने में आपके दर्द को कोई नहीं समझ सकता . लेकिन हम आपके लिए लेकर आएं हैं. बहुत ही दर्द भरे sad status shayari फोटो सहित जिन्हे पढ़ के आप अपने दिल के दर्द को थोड़ा कम कर सकते हैं .
जो आशिकी से दूर रहे आवाद हो गए
याद करने वाले खुद याद हो गए
मुहब्बत में हारे हुए लड़कों का क्या हुआ
कुछ एक मर गए कुछ बर्बाद हो गए
टूटे हुए कांच की तरह
हम चूर हो गए
चुभ न जाएँ किसी को
इस लिए सबसे दूर हो गए
मोहब्बत नही थी तो
एक बार समझाया तो होता
बेचारा दिल तुम्हारी ख़ामोशी
को इश्क़ समझ बैठा
दर्द ऐ दिल के बिना
महफ़िल ही क्या
जो न टूटा कभी
वो दिल ही क्या
वो कहते है भूल जाओ
पुरानी बातों को
कोई उसे समझाये कि इश्क़
कभी पुराना नहीं होता
कैसा बंज़र सीना होगा
इसमें जब तू ही न होगा
तुझ बिन जी तो लुंगी लेकिन
जीना क्या वह जीना होगा
जिंदगी मे कभी ईतना मत
मुस्कुराना की नजर लग जाये
जमाने की हर आँख मेरी तरह
मोहब्बत की नही होती
रब्बा जिसके दिल में तू प्यार
दुनिया भर का देता है
उसी के दिलबर को फिर क्यों
दिल पत्थर का देता है
मोहब्बत का अजीब
दस्तूर देखा,
जो उसकी जीत हो तो
हम हार जाये
मेरी आँखों में आंसू नहीं
कुछ नमी सी है
बजह तुम नहीं जान
तुम्हारी कमी सी है
मिलने को तो दुनिया
मे कई चेहरे मिले ,
पर तुम सी मोहब्बत हम
खुद से भी न कर पाये
ये बात अलग है की आज
वो अपनों में खुश है
मगर ये बात भी सच है कभी
हम भी उसक इ अपने थे
अच्छा लगता है
जब किसी को
अच्छा नहीं लगता मैं
खामोश रह , तनहा बैठ
रो और याद कर उसको
तूने इश्क किया है
गुनाह छोटा नहीं है तेरा
जिनको हमने चाहा मोहब्बत
की हदें तोड़ कर
आज उसने देखा नहीं
निगाह मोड़ कर
खुशबू क्यों ना आये
मेरी बातों से यारों,
मैंने बरसों से एक ही फूल
से जो मोहब्बत की है
हम करीब तो हैं
पर दुरी है
जी तो रहे हैं
पर मज़बूरी है
Sad Shayari in Hindi
मुस्कुराने से शुरू और
रुलाने पे खत्म
ये वो जुल्म हैं जिसे लोग
मोहब्बत कहते हैं
खोकर फिर तुम हमें पा न
सकोगे हम तुम्हे वहां मिलेंगे
जहा तुम आ न सकोगे
बहुत मन करता है
हसने का मगर
किसी की यादें
रुला देती हैं
बहुत थे मेरे भी
इस दुनिया में अपने
फिर हुआ इश्क और
हम अकेले हो गए
सच्चे इश्क में अल्फाज़ से ज्यादा..!एहसास की एहमियत होती है…!।
हिसाब किताब अब हमसे
न पूछ ऐ जिंदगी
तुमने सितम नहीं गिने तो
हमने जखम नहीं गिने
जब तुम साथ नहीं
होते तो
तुम्हारी यादें साथ
होती हैं
इतनी आसानी से कैसे
निकाल दूँ उसे अपने दिल से
मैं हवाब हूँ उसका वो
हक़ीक़त है मेरी
चाहे कितनी भी तकलीफ दे इश्क़,पर सुकून भी इश्क़ से ही आता है।
कितना नादान है ये दिल
इसे कैसे समझाऊं की
जिसे तुन खोना नहीं चाहता
वो तेरा होना नहीं चाहता
ज़िन्दगी ने रुलाया
भी उसको है,
जो हँसते हुए बहुत
खूबसूरत लगते हैं.
न जाने कैसा तरीका है
तेरा प्यार करने का
तेरा दिल ही नहीं करता
मुझसे बात करने का
वो था जमाना वो गुजर गया कब का
जो था दीवाना मर गया कब का
उसका जो हाल है वही जाने कब का
अपना तो जखम भर गया कब का
जोंको दिल में बसाया
उन्ही ने दिल तोड़ दिया
अब गुस्सा हमारा फेवरेट है
मुस्कुराना छोड़ दिया
मोहब्बत नही थी तो एक बार
समझाया तो होता
बेचारा दिल तुम्हारी ख़ामोशी
को इश्क़ समझ बैठा
वो कहते है भूल जाओ
पुरानी बातों को
कोई उसे समझाये कि
इश्क़ कभी पुराना नहीं होता
जिंदगी उस दौर
से गुजर रही है,
के जहाँ दिल तो दुखता है
लेकिन चेहरा हँसता है.
मुझे तुमसे मिलवाने
वाले तुम तो थे,
फिर बताओ तुम्हे पहचानने
में मुझे धोखा कैसे हो गया
हर गलती सिर्फ सोरी से
माफ़ नहीं होती
कुछ गलतियां ऐसी भी होती है
जो उम्र भर दर्द देती हैं
रब करे की हमारा
प्यार इतना सच्चा हो
तू रहे किसी के साथ भी
पर तुझे याद मेरी आए
मेरे सजदे की दुआएं
तुम क्या जानो हमदम
सर झुका तो तेरी ख़ुशी मांगी
हाथ उठे तो तेरी ज़िन्दगी मांगी
लव स्टोरी नहीं थे तुम
जो खत्म हो जाओ
कई जन्मो का अंतहीन
इंतज़ार हो तुम मेरा
मुझे रुला कर सोना
तो तेरी आदत बन गई है
जिस दिन मेरी आँख ना खुली
तुझे निंद से नफरत हो जायेगी
रहना यूं तेरे खयालों मे.. ये मेरी आदत हैकोई कहता इश्क कोई कहता इबादत है
तेरी चाहत, तेरा इजहार,
और ये कश्मकश
थक कर मुस्कुरा देते हैं
जब हम रो नहीं पाते
मैंने तुझे उस वक़्त चाहा
जब तेरा कोई न था
तूने उस वक़्त छोड़ा, जब
तेरे सिबा मेरा कोई न था
न जाने कौन सा रिश्ता है
तुमसे हज़ारों अपने हैं पार
याद सिर्फ तुम आते हो
ऐसा नहीं की अब
तेरी जुस्तजू नहीं रही
बस टूट टूट कर बिखरने
की हिम्मत नहीं रही
हमारी उनसे ऐसे भी
होती हैं बातें,
न वो बोलते है,
न हम बोलते हैं
पहला प्यार हुआ तो ऐसे इंसान से
जिसे भूलना मेरे बस में नहीं
और पाना किस्मत में नहीं
तुम्हारे लिए मर
मिटने का इरादा था
तुम खुद ही मिटा
दोगे ये सोचा न था
जहाँ देखो इशक के बीमार बैठे हैं
हजारों मर गए लाखो त्यार बैठे हैं
करके बर्बाद अपनी ज़िन्दगी लड़किओं के पीछे
फिर कहते हैं मौलवी साब बेरोजगार बैठे हैं
दुनिया भर से वास्ता है
उसका इक मेरे ही
सलाम से बेखबर है वो
अश्क भी तेरे
इश्क भी तेरा
मुझमे अब कुछ
रहा न मेरा
लफ्ज़ सादे हैं पर
कितने प्यारे हैं
तुम किसी और के हो,
औरहम सिर्फ तुम्हारे हैं
अकेले हम भी शामिल नहीं
इस जुर्म में जनाब
नज़रें जब भी मिली
मुस्कुराये तुम भी थे
किस तरह ख़तम करें
उनसे दिल का रिश्ता मुरशद
जिनसे मिलने का सोचे भी
तो दुनिया भूल जातें हैं
मैं क्यों उस से कहूं की वो
मुझ से बात करे
क्या उसे खबर नहीं की मेरा
दिल नहीं लगता उसके बिना
मुझे छोड़ दिया तुमने तो
कोई बात नहीं हम दुआ करेंगे
कोई तुझे न छोड़ दे
किसी और के लिए
वो वक़्त गुजर गया
जब मुझे तेरी चाहत थी
अब तू खुदा भी बन जाये
तो मैं सजदा न करूँ
मेरी तस्वीर को देखा
तो कहा लोगों ने
इसको जबरदस्ती
हसाया गया है
ये बेवफाओं की दुनिया है
दिल को संभल कर चलना
यहाँ लोग बर्बाद करने के लिए
मुहब्बत का सहारा लेते हैं
तेरे आने से क्या मिला मुझको
तेरे जाने के बाद जाना हैं
टूट कर तुझको दिल ने चाहा था
टूट कर आज दिल ने जाना हैं
मत करो हमसे यूँ
गैरों सा सलूक
खबर हमें भी हैं की
हम तुम्हारे कोई नहीं
खत्म हो गई कहानी,
बस कुछ अलफाज बाकी हैं;
एक अधूरे इश्क की एक
मुकम्मल सी याद बाकी है
चलते तो हैं वो साथ मेरे पर अंदाज देखिए,जैसे की इश्क करके वो एहसान कर रहें है।
प्यार है तो शक कैसाअगर नहीं है तो फिर हक कैसा..?
जाने कब उतरेगा क़र्ज़ उसकी मोहब्बत का . .हर रोज आँसुओं से इश्क की किस्त भरते हैँ
अगर छोड़ना चाहो
तो बजह बता देना
हम बे वजह सजाएं
बहुत काट चुके हैं
नहीं रही शिकायत अब
तेरी नज़रअंदाजिओं से
तूं गैरों को खुश रख
हम तनहा ही अच्छे हैं
लोग मेहबूब के रस्ते में
अपनी आंखें बिछाते हैं लेकिन
तू जो आए तो मैं हर कदम पर
अपने सीने की धड़कन बिछा दूँ
ज़िन्दगी रही तो तुमसे
जरूर पूछेंगे वो कौन
खुशनसीब था जिनके लिए
तुमने हमें बरबाद किया
मेरे पास खमोशिओं
के सिबा कोई हल नहीं
मैं बात करता हूँ तो
बात बिगड़ जाती हैं
कहानी बुरी नहीं थी
इश्क की मेरे
बस तेरे जैसे कुछ
किरदार धोखेबाज़ निकले
हमसे मुहब्बत करने
वाले रोते ही रह जायेंगे
हम जो किसी दिन सोये
तो सोते ही रह जायेंगे
गरीबी जब दरवाज़े पे
आती हैं तो
प्यार खुद व खुद खिड़की
से बाहर चला जाता है
तुम उसके पास हो
जिसको तुम्हारी चाह न थी
कहाँ पे प्यास थी दरिया
कहाँ बनाया गया
कहा भी था मुझे
सब छोड़ जाते हैं
अरे यारा तुम तो
साथ निभाते
इतने बुरे भी न थे हम
जितने इलज़ाम लगाए लोगों ने
बस कुछ मुक़दर बुरे थे
और कुछ आग लगायी अपनों ने
इतना चाहने के पत्थर भी
अपने हो जाते हैं फिर न जाने
मिटटी से बने इंसान में
इतना गरूर क्यों होता है
मेरे साथ नहीं हो तो क्या हुआ
तुम खुश तो हो बस यही
काफी है मेरे लिए
उसने कहा के मेरी ज़िन्दगी
से बहुत दूर चले जाओ
मुरशद फिर हमने भी वीज़ा
लिया हम कनाडा आ गए
अपना बनाकर फिर कुछ
दिनों में बेगाना बना दिया
मुरशद भर गया दिल फिर
मज़बूरी का बहाना बना दिया
इतनी तकलीफ तो
शायद मोत भी न दे
मेरी जान जिस कदर तेरे
चार दिन के इशक ने दी है
जब कभी सिमटोगे इन बाहों में आ कर तो,मोहब्बत की दास्ता हम नहीं हमारी धडकने सुनाएगी….
मिलने को तो दुनिया मे कई चेहरे मिले ,पर तुम सी मोहब्बत हम खुद से भी न कर पाये..
कुछ खास नही बस इतनी सी है मोहब्बत मेरीहर रात का आखरी खयाल और हर सुबह की पहली सोच हो तुम
तेरी मोहब्बत को कभी खेल नहीं समझा हमने,वरना खेल तो बोहत खेले है हमने पर कभी हारे नहीं
तकिये के नीचे दबा के रखे हैँ तुम्हारे ख्याल एक तेरा अक्स,एक तेरा इश्क़ , ढेरो सवाल और तेरा इंतज़ार।
खुशबू क्यों ना आये मेरी बातों से यारों,मैंने बरसों से एक ही फूल से जो मोहब्बत की है
फिर न सिमटेगी मोहब्बत जो बिखर जायेगी,ज़िंदगी ज़ुल्फ़ नहीं जो फिर संवर जायेगी,
ना आह सुनाई दी ना तड़प दिखाई दी….बर्बाद हो गए तेरे इश्क में हम बड़ी खामोशी के साथ…
अजीब तरह से गुजर गयी मेरी जिंदगी,सोचा कुछ, किया कुछ, हुआ कुछ,और मिला कुछ भी नहीं
मुझे पता था तेरी मोहब्बत केशराब में ज़हर है "ए बेवफा ".लेकिन तेरे पिलाने में इतना जूनूनदेखा के हम ठुकरा न सके
तेरे बाद हम जिसकेहोंगे उस रिश्ते कानाम मज़बूरी होगा
हम भी खामोश होकरतेरा सब्र आजमाएंगेदेखते हैं अब तुझेहम कब याद आएंगे
देखे थे इन निगाहों ने ,सपने बहार के ,किस्मत ने दर्द भर दिया ,बदले में प्यार के .
लम्हा लम्हा उसकी बात ने रुलाया बहुत
रूह में उत्तरी इक शकल ने सताया बहुत .
हर दम जिसका नाम ले कर साँसे चलती थी .
उस शख्स ने इश्क़ की आग में जलाया बहुत .
वो जिसे समझते थे ज़िन्दगी,मेरी धड़कनों का फरेब था;मुझे मुस्कुराना सिखा के,वो मेरी रूह तक रुला गए
चाहा बहुत उसको जिसे हम पा न सके,
किसी और को ख्यालों में ला न सके,
उसको देख के आँसू तो पोंछ लिए,
रंज किसी और को देख के मुस्कुरा न सके।
best sad dosti shayari 2023
चाह थी हर खुशी नसीब हो;हर मंज़िल दिल के करीब हो;बहां ख़ुदा भी क्या करे;जहाँ तक़दीर ही बदनसीब हो।
नजरों का खेल थासाहब ,वो चुरा ना सकेऔर हम हटा ना सके
सुना था हमने किस्सों में
जुदाई की बातें,
जब खुद पर बीती तो
हकीकत का अंदाजा हुआ
हार गया हूं मैं तुझसे
अब ऐ जिंदगी
बेहतर होगा अब मेरा
तूं हिसाब कर दे
तुम्हारा याद आना
भी कमल होता है
कभी तो आकर देखो
हमारा क्या हाल होता है
अकेले होना और
अकेले रोना
इंसान को बेहद
मजबूत बना देता है
मुझे इंकार ही कर दे
मगर कुछ बात तो कर
तेरा खामोश सा रहना
मुझी तकलीफ देता है
थोड़ा सा तमीज से
पेश आ ऐ जिंदगी
मेहमानों से ऐसा
बर्ताव कौन करता है
लोगो ने समझाया कि
वक्त सबका बदलता है
और वक्त ने समझाया कि
इंसान सभी बदल जाते हैं
मैंने लोगों से बात करना
इसलिए कम कर दिया है
क्योंकि मैंने अपनों से ही
अपनी बुराई सुनी है
हम ने तो कहा था लौट आना
पर तुम तो आना भूल गए
हुई रात फलक पर तेरी थी
हम दिया जलना भूल गए
कुछ रसमें हैं जो
आज भी निभा रहे हैं
तुम्हे चाहते थे
तुम्हे छह रहे हैं
मुफत में नहीं सीखा मैंने
उदासी में मुस्कुराने का हुनर
बदले में जिंदगी की हर
ख़ुशी तवाह की हमने
मेरे साथ बैठकर
वक़्त भी रोया एक दिन
बोलै तूं तो ठीक है
मैं ही खराब चल रहा हूँ
मेरी ये आदत नहीं
अपना ग़म बयान करना
अगर तेरे वजूद का हिस्सा हूँ
तो महसूस कर तकलीफ मेरी
डर ये है की उसे
खो न दूँ
सच ये है की उसे
कभी पाया ही नहीं
ऐसे तो ठेस नहीं लगती थी
जब अपने रूठा करते थे
इतना दर्द तो न होता था
जब सपने टूटा करते थे
बैठ कर नमाज़ में मांगी थी
जिस की ज़िन्दगी
खुदा ने उसी से ही
जुदाई अता कर दी
नसीब से ज्यादा भरोसा
तुम पर किया, फिर भी
नसीब उतना नहीं बदला
जितना तुम बदल गए
मुझे किसी के बदल जाने
का कोई गम नहीं
बस कोई था जिससे
ये उम्मीद नहीं थी
भूले नहीं हैं तुम्हे और
भूलेंगे भी नहीं बस
नज़र अंदाज़ करेंगे
तुम्हारी ही तरह
जन्नत में रहने वालो के
जहनम में सवेरे हैं
मैंने रंग बदलने सीख लिए
अबे मेरे भी लाखों चेहरे हैं
पहले हाल बिगड़ा बाद में बदतर सा हो गया
दिल और आंख भी पत्थर सा हो गया
लगते हैं दाग ग़मों के तो लगने देता हूँ
मुझे धोना नहीं आता ऐ ज़िन्दगी अब
तेरी किसी बात पर रोना नहीं आता
कभी दर्द से गुजरो तो
मालूम हो तुमको मुरशद
जुदाई वो बीमारी है जो
दिल का खून पीती है
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