dard bhari shayari hindi mein दर्द भरी शायरी हिंदी में dard bhari shayari hindi इमेज दर्द शायरी hindi download dard bhari shayari hindi me dard bhari shayari hindi photo
बहुत लोग नहीं चाहते की उन्हें किसी से प्यार हो वो भी सच्चा वाला , पर यकीन मानो उन्ही लोगो को किसे से इतना ज्यादा प्यार हो जाता है की वो उसकी जुदाई में अकेले रोते रहते है. हर मंदिर में हर एक द्वार पर दुनिया के जितने भगवान हैं उनसे सिर्फ अपने महबूब की ख़ुशी मांगते और महबूब को मांगते हैं,
लेकिन कहते है न बिन मांगे मोती मिले मांगे मिले न भीख , उसके साथ भी ऐसा ही होता है .जिसे वो हर दुआ में मांगता है वो किसी और की किस्मत में लिखी होती है , दूसरे को वो बिन मांगे हो मिल जाती है .बस यही से शुरू होता है दर्द ऐ दिल का सीलसिला . प्रेमी की कई मजबूरिया होती हैं जिससे वो अपनी महबूबा से दूर हो जाता है , लेकिन वो उसे उम्र भर दिल भूला नहीं पाता .
ये दुनिया का दस्तूर है या खुदा की रहमत जिसे आप सच्चे दिल से चाहते है सारी कायनात उसे आपसे जुदा करने में लग जाती है. अगर झूठ है तो बोलो , दिल टूट गया हो तो Sad Shayari In Hindi ही हमारा टुटा हुआ दिल आराम से संभाल सकती है. इसके अलाबा और कोई नहीं। और हर किसी के टूटे दिल की दवा ही सेड शायरी होती है.
husband wife dard bhari shayari hindi
आपको भूलकर भी न भूल पाएंगे हम,
बस यही एक बादा निभा पाएंगे हम,
मिटा देंगे खुद को भी जहाँ से लेकिन,
आपका नाम दिल से ना मिटा पायेंगे हम
उनकी आवाज़ सुनने को तड़पता है दिल
हर पल गमे जुदाई में घुटता है मेरा दिल
न जाने कब नज़रों के सामने वो आ जाए
इसी उम्मीद पे आज तक धड़क रहा है दिल
रोता वही है जिसने महसूस
किया हो सच्चे प्यार को
वर्ण मतलब के रिश्ते रखने
वालों को कोई रुला नहीं सकता
love dard bhari shayari hindi
तूने कहा था आँख भर
कर देख लिया करो मुझे,
पर अब आँख भर आती है
पर तुम नज़र नहीं आते
मुझे किसी बात का ख़ौफ़ नहीं,
हमें आयेगी मोहब्बत मौत नहीं,
ज़िन्दा हूँ हसीन चेहरों की बदौलत,
इश्क़ मेरी इबादत है मेरा शौक़ नहीं’

कैसा अजीव रिशता है
ये दिल आज तकलीफ में है और
तकलीफ देने वाला आज भी दिल में है
हिम्मत नहीं है की अपनी जिन्दगी की दास्तान सुना सकू,
बस इतना जान लो जिसने भी दिल तोड़ा जी भर के तोड़ा..
ऐ खुदा
क्या पानी पे लिखी थी तक़दीर मेरी
हर ख्वाब वह जाता है पानी की तरह
उसमे रंग भरने से पहले
अच्छा होता मैंने दिल की बात ना मानी होती ,
ना ही इश्क़ में डूबी ये जवानी होती ,
मैं ज़िन्दग़ी बसर कर रहा हूँ बिन साये के ,
क़ाश मैंने तेरी असलियत पहचानी होती
तूने मेरे जिस दिल को ठुकरा रक्ख़ा है ,
मैंने उसी दिल में तेरा आशियाना बसा रक्ख़ा है ,
दिल तो करता है मरकर समा जाऊँ इसमें 'जान '
पर तूने मेरी मौत को भी ग़ुलाम बना रक्ख़ा है
Sad Shayari In Hindi
इश्क़ करने का भुगता ख़ाम्याज़ा जा रहा है,
आज फ़िर किसी आशिक़ का जनाज़ा जा रहा है
दिल लगा है लगा रहने दीजिए ,
इश्क करने की एक सज़ा रहने दीजिए ,
चाहे नफ़रत करिये हमसे दिल मत लौटाइये ,
ज़िन्दा रहने की कोई तो वजह रहने दीजिए
Sad Shayari In Hindi
उनकी ज़ुबां पे मेरा नाम इस कदर रहता है ,
जैसे झूठ बन गया हूँ मैं उनके लिए ,
उससे मिलने की यूँ ज़िद न कर ,
कभी वक़्त ने वक़्त निकाला है किसी के लिए
आप इश्क़ में लुट जाने की परवाह करते हैं ,
दीवाने तो इसमें मर जाने की फरयाद करते हैं ,
आपकी तबियत तो अच्छी भली है ,
वरना लोग तो मरने की दुआ करते हैं
सुबह उठते ही हमारी आँखें नम होती हैं ,
ऐसा लगता है जैसे ख़्वाहिशें ख़त्म होती हैं ,
बड़ा दर्द होता जब ऐसे ख़्वाब देखती हैं ,
जिसके पूरा होने की उम्मीदें बहुत कम होती हैं
उस मोड़ से शुरू करनी है फिर से जिंदगी
जहाँ सारा शहर अपना था और तुम अजनबी
उनकी मोहब्बत को कुछ
इस तरह से निभाते हैं हम
वो नहीं है तकदीर में फिर
भी उन्हें बेपनाह चाहते हैं हम
रह के तुझसे दूर कुछ इस तरह वक्त गुजारा मैंने
होंठ भी न हिले फिर भी हर वक्त तुझे पुकारा मैंने
मरता नहीं है कोई किसी के इस्क में
बस यादें कत्ल करती हैं किश्त किस्त में
तुम्हारा तो पता नहीं पर
मेरा दिल रोज तड़पता है
तुम से बात करने के लिए
जिंदगी ने रूलाया भी उनको है
जो हँसते हुए बहुत अच्छे लगते थे
चुपके से जहर दे देना पर
किसी को झूठी कसम,
झूठा प्यार, झूठा भरोसा
झूठी मुहब्बत मत देना
फर्क सिर्फ इतना है
तुम्हारे और मेरे दर्द में
तुम्हारी आंखे रोती हैं
और मेरा दिल
मेरे दर्द ऐ दिल पर
तेरी मेहरबानियाँ
बहुत है
दिल की गलिओं में
तेरी निशानिया
बहुत हैं
आँखों से दूर दिल के करीब था
मैं उसका वो मेरा नसीब था
न कभी मिला न जुदा हुआ
रिश्ता हम दोनों का बहुत अजीब था
याद उनकी मेरे दिल आज भी में है,
भूल गए वो पर , प्यार उनसे आज भी है
हम खुश रहने का वादा तो करते है पर
उनकी याद में बहते आंसू आज भी है
आज भी प्यारी है
मुझे तेरी हर निशानी,
फिर चाहे वो दिल का
दर्द हो या आँखों का पानी
वो देखते रहे हमें अजनबी बनकर ,
दिल में समा गए मेरी आशिक़ी बनकर ,
छोड़ के चले हैं अब मौत की आग़ोश में हमें ,
कभी मिलते थे हमारी ज़िंदग़ी बनकर