Shayari For Husband
पति के लिए शायरी
Shayari For Husband in Hindi
सुनो जी आज भी हैमेरा एक ही वादामरते दम तक चाहूँ तुझेहद से ज्यादा
तेरे ज़िक्र के बिना. कैसेजिंदगी की कहानी लिखूँतुझे इश्क लिखूँ. वफा लिखूँया कि अपनी जिन्दगानी लिखूँ
वो rishta कभी नहीं टूटता,जिसमे रूठने वाला perfect होऔर मनाने वाला expert हो
पसंद है मुझे तेरा प्यार से मनाना,इस लिए अच्छा लगता हैबात बात पर रूठ जाना
तेरी हसरतों से खफा कैसे हो,तुझे भूल जाने की खता कैसे हो,रूह बनकर समा गए हो हम में,तो रूह फिर जिस्म से जुदा कैसे हो
सारी दुनिया रूठ जाने की परवाह नहींमुझे बस इक तेरा खामोश रहनाबहुत तकलीफ देता है
एक बात दिल में है आजहम आपको बताते हैं,हम आपसे कुछ नहीं चाहतेबस आपको चाहते है
अपने दिल की जमाने को बता देते हैं,हर एक राज से परदे को उठा देते हैं,आप हमें चाहें न चाहें गिला नहीं इसका,जिसे चाह लें हम उसपे जान लुटा देते हैं
मैंने पूछा हम कब मिलेंगेउसने कहा जब कयामत आएगीमैंने फिर पूछा कयामत कब आएगीउसने कहा जब हम मिलेंगे
बहुत समझाया था दिल को मैंनेहर किसी पर ऐतबार नहीं करते,हर चीज़ की एक कीमत होती हैलोग यूँ ही किसी से प्यार नहीं करते
मैं गलती_करूँ तब भीमुझे सीने से लगा ले,कोई ऐसा चाहिये जोमेरा हर नखरा_उठाले
कैद में गुज़र गयी जोज़िन्दगी बड़े काम की थीपर मैं क्या करती किज़ंज़ीर तेरे नाम की थी
तेरे ज़िक्र के बिना. कैसे इश्क़की कहानी लिखूँ तुझेजान लिखूँ वफा लिखूँ.या कि अपनी जिन्दगानी लिखूँ
यूँ तो बहुत से काम थे हमेंकरने को जिंदगी में,मगर हमने तेरी चाहत कोहर बात से बढ़कर माना
इतनी जगह तो बना लीहोगी मैंने तुम्हारे दिल में,की कल को मैं मर भीजाऊँ तो याद करोगे न
हम तुम प्यार की गाँठ मेंकुछ यु बँध जाएजिसे कोई औऱ क्या ख़ुदहम भी कभी ना खोल पाए
मेरे अलावा किसी और को अपनामहबूब बना कर देख ले तेरी हरधडकन तुझसे ये खुद कहेगी,उसकी वफा मे कुछ और बात थी
ऐसा क्या लिखूँ कीतेरे दिल को यकीन हो जाएक्या ये बताना काफी नहींकी मेरी ज़िन्दगी हो तुम
पलकों से रास्ते के काटे हटा देंगेफूल तो क्या हम अपना दिल बिछा देंगेटूटने ना देंगे अपनी मुहब्बत कभीबदले में हम खुद को मिटा देंगे
मेरी हर नज़र में बसी है तूमेरी हर क़लम पे लिखा है तूतुझे सोच लूँ तो ग़ज़ल मेरीन लिख सकूँ तो वो ख्याल है तू
ज़रा-ज़रा सी बात परतकरार करने लगे होलगता है मुझसे और भीज्यादा प्यार करने लगे हो
मेरी आंखों में ये हद सेज्यादा और बेशुमार हैतेरा ही इश्क़ तेरा ही दर्दतेरा ही प्यार है
हमने कब तुमसे मुलाक़ातका वादा चाहाहमने तो दूर रह कर भी तुम्हेहद से ज्यादा चाहा
आँखों से नींद और दिल का चैन नाजाने कब कहीं खो जायेगा,तुम भी कुछ कुछ मुझसे हो जाओगेजब इश्क तुम्हें हो जायेगा
जाने कितने लोग मिले हैंइस दुनिया के मेले में,याद तुम्हारी ही आती हैअक्सर बैठे अकेले में
आँखों से हो के गुज़रा,रूह का रिश्ता बना डालाकिसी की मुस्कराहट ने आखि़रमुझे आशिक़ बना डाला
इश्क़ में हर लम्हा ख़ुशी काएहसास बन जाता हैंदीदार-ए-यार भी ख़ुदा कादीदार बन जाता हैं
ज़िन्दगी से यही गिला है मुझे,तू बहुत देर से मिला है मुझे,तू मोहब्बत से कोई चाल तो चल,हार जाने का हौसला है मुझे
मोहब्बत की भी देखों ना,कितनी अजीब कहानी है,जहर तों पिया मीरा ने,फिरभी राधा ही दिल की रानी हैं
दर्द को दर्द अब होने लगा है,दर्द अपने गम पे खुद रोने लगा,अब हमें दर्द से दर्द नही लगेगा,दर्द हमको छू कर खुद सोने लगा है
ऐसा सहारा बनेगे तुम्हाराकि कभी टूट नपाओगे इतना चाहेंगे तुम्हेकि कभी रूठ न पाओगे
जो लोग लव की रेस्पेक्ट करते हैउन्हें सच्चा प्यार नहीं मिलता,और जो लोग सिर्फ टाइम पास करते हैउनके पास सच्चा प्यार होता है
कितना अच्छा लगता हैन जब आप सभा आंखे खोले औरउसका गुड मॉर्निंग विशेषआपके व्हाट्सप्प में हो
कभी ख़ुशी तो कभी शाम होगी मेरी हरख़ुशी तेरे नाम होगी कभी मांग करदेखना मेरे दोस्त होंठों परहंसी हथेली पर जान होगी
दिल के कोने से एक आवाज़ आती हैदिल पूछता है बार बार हमसेके जितना हम याद करते है उन्हेंक्या उन्हें भी हमारी याद आती है
आज कहनी हैं अपने दिल की बाततू ही हैं जिसके लिएये दिल धड़कता हैं क्या दोगे तुम भीसारी उम्र मेरा साथ
बस और नहीं रहा जातातेरे प्यार के बिनाजिंदगी वीरान सी लगती हैतेरे दीदार के बिना
एक बार ही बहकती है नजर,इश्क सौ बार नही होताये दिल का सौदा है,जो हर बार नही होता
ये लकीरें ये नसीब ये किस्मतसब फरेब है आईने हैंहाथों में तेरा हाथ होने से हीमुक़्क़मल जिंदगी के मायने हैं
तेरी चाहत और मेरी मुहब्बतमें सिर्फ इतना फरक हैमैं सिर्फ तेरे दिल में हूँऔर तू मेरे हर कतरे में है
उनकी ये चाहत है कि हमजुबां से, इजहार करें,औरहमारी ये तमन्ना है कि वो मेरेदिल की जुबां समझ लें
इश्क़ की तपिश में दिल कोसेक लेने दो, कल का तोपता नही, पर आज तुम्हेजी भर के देख लेने दो
कैसे ब्यान करूँ अल्फ़ाज़ नहीं हैगम का मेरे तुझे अहसास नहीं हैवो पूछते हैं मुझे क्या दर्द हैदर्द ये है की तूं मेरे पास नहीं है
चलो माना तुम्हें चाहने कीभूल कर बैठे हैं हम,पर रोज रोज याद आने कीभूल क्यूँ करते हो तुम
नज़रों से दूर रह कर भीकिसी की यादों में रहनाकिसी के पास रहने काये तरीका अच्छा है
कई बार डूबना चाहा उसकीझील सी निगाहों मेंवो नज़रे झुका लेते हैमुझे डूबने भी नहीं देते
मुहब्बत की सजा न पूछिये,इस प्यार की वजह न पूछिये,हर सांस मे समाये रहते हो.कहां बसे हो तुम जगह न पूछिये
सौदा कुछ ऐसा किया है,तेरे ख़्वाबों ने मेरी नींदों से.या तो दोनों आते हैं,या कोई नहीं आता
ये कैसा अनजान सफर हैं,इसकी शुरुवात भीतुम हो, और इसकीमंजिल भी तुम ही हो
मैं इस काबिल तो नहीकि कोई अपना समझेपर इतना यकीन हैकोई अफसोस जरूर करेगामुझे खो देने के बाद
जाते जाते उसने ये तो कहाअपना ख्याल रखना,पर उसकी आंखे कह रही थी,अब मेरा ख्याल कोन रखेगा
क्या क्या तेरे नाम लिखूंदिल लिखूं की जान लिखूंआंसू चुराके तेरी प्यारी आंखों सेअपनी हर खुशी तेरे नाम लिखूं
कभी करते है ज़िंदगी की तमन्नातो कभी मौत का इंतज़ार करते हैवो हमसे क्यों दूर है पता नहीं जिन्हेहम ज़िंदगी से भी ज़्यादा प्यार करते है
तू मिले या ना मिले ये मेरेनसीब की बात है,पर सुकून बहुत मिलता हैतुझे अपना सोचकर
बस यूँ ही मेरे मुस्कुराने कीतुम वजह बने रहनाजिंदगी में न सहीमगर मेरी जिंदगी बने रहना
उस नज़र की तरफ मत देखोजो तुम्हे देखना से इनकार करती हैमहफ़िल में उस नज़र को देखोजो आपका इंतज़ार करती है
कभी करते है ज़िंदगी की तमन्नाकभी मौत का इंतज़ार करते हैवो हमसे क्यों हैं खफा जिन्हेहम खुद से ज़्यादा प्यार करते है
धड़कने मेरी बेचैन रहती हैंक्यों के ये तेरे बगैर धड़कती कमऔर तड़पती ज्यादा हैं
Post a Comment