हम वो कश्ती हैं जिसका कोई किनारा ना हुआ,
हम सबके हुए मगर कोई हमारा ना हुआ।
दिल टूटा है मेरा और ख्वाब बिखर गए,
दर्द मिला इतना की जख्मों से हम निखर गए।
खुशियों से नाराज़ है मेरी जिंदगी,
प्यार की मोहताज है मेरी जिंदगी,
हँस लेता हूं लोगों को दिखाने के लिए
वरना दर्द की किताब है मेरी जिंदगी।
खुशियों का ना मुझे मर्ज दो,
दर्द पसंद है मुझे दर्द दो।
मेरी खामोशी में सन्नाटा भी है, शोर भी है,
तूने देखा ही नही…
आँखों में कुछ और भी है।
शिकवा करूं भी तो किससे?
दर्द भी मेरा है, और
दर्द देने वाला भी मेरा है।
कमाल की मोहब्बत थी उसको हमसे,
अचानक ही शुरू हुई,
और बिन बताए ही खत्म।
ज़ख्म आज भी ताजा है
पर वो निशान चला गया,
मोहब्बत तो आज भी बेपनाह है
पर वो इंसान चला गया।
बहुत जुदा है औरों से
मेरे दर्द की कहानी
ज़ख्म का कोई निशां नही
और दर्द की कोई इंतहा नही।
सोचा ही नहीं था, जिंदगी में ऐसे भी फसाने होंगे,
रोना भी ज़रूरी होगा, और आंसू भी छिपाने होंगे।
आदत बदल सी गई है
वक्त काटने की,
हिम्मत ही नही होती
अपना दर्द बांटने की।
एक आँसू भी गिरता है तो लोग हजार सवाल पूछते हैं,
ऐ बचपन लौट आ मुझे खुल कर रोना है।
जो चोट जिंदगी देती है
उस नासूर की दवा क्या है,
इतनी सजा दी मेरे मौला
आखिर मेरी खता क्या है!
अंदर के हादसों पे किसी की नजर नहीं,
हम मर चुके हैं और हमें इस की खबर नही।
दिल परेशान रहता है उनके लिए
हम कुछ नही हैं जिनके लिए।
कभी बेपनाह बरसी तो कभी गुम सी है,
ये बारिश भी कुछ कुछ तुम सी है।
सोचूं तो सारी उम्र मोहब्बत में कट गई,
देखूं तो एक शख्स भी मेरा ना हुआ।❤️🩹
काश कोई ऐसा हो जो गले लगा कर कहे,
तेरे दर्द से मुझे भी तकलीफ होती है।
दर्द भरी शायरी हिंदी में
दर्द को मुस्कुराकर
सहना क्या सीख लिया,
सबने समझ लिया कि
मुझे तकलीफ नही होती।
रोने की सजा न रुलाने की सजा है,
ये दर्द मोहब्बत को निभाने की सज़ा है,
हँसते हैं तो आँखों से निकल आते हैं आँसू !
ये उस शख्स से दिल लगाने की सज़ा है !
मैं ढूंढता हूं खुद में खुद ही को,
शायद मैं वो नही जो हुआ करता था।
इस पार हूं या उस पार हूं,
संभला हुआ हूं या तार तार हूं,
कुछ भी कहा नही जा सकता,
किसी काम का हूं या बेकार हूं।
ना जाने कैसे इम्तिहान ले रही है जिंदगी आजकल,
मुकद्दर, मोहब्बत और दोस्त तीनों नाराज रहते हैं।
आँखें बहुत कुछ कहती हैं
बस कोई समझता ही नही।
💔🥀
बिना आवाज के रोना,
रोने से भी ज्यादा दर्द देता है।💔🥀
सौ दर्द छिपे हैं सीने में,
मगर अलग ही मजा है हँस के जीने में..!!💔🥀
उसने दर्द इतना दिया कि सहा ना गया,
उसकी आदत सी थी इसलिए रहा न गया,
आज भी रोती हूं उसे दूर देख के,
लेकिन दर्द देने वाले से यह कहा ना गया.
ज़रा सी ज़िंदगी है, अरमान बहुत हैं,
हमदर्द नहीं कोई, इंसान बहुत हैं,
दिल के दर्द सुनाएं तो किसको,
जो दिल के करीब है, वो अनजान बहुत है.
साथ मांगा मिला नही,
खुशी मांगी मिली नही,
प्यार मांगा किस्मत में था नही,
और दर्द बिन मांगे ही मिल गया।
जाने वालों को क्या पता,
यादों का बोझ कितना भारी होता है.!!💔🥀
जिस दिल पे चोट न आई कभी,
वो दर्द किसी का क्या जाने,
खुद शम्मा को मालूम नहीं,
क्यूँ जल जाते हैं परवाने.
दर्द मुझको ढूंढ लेता है रोज
नए बहाने से…
वो हो गया है वाकिफ मेरे
हर ठिकाने से…
एक दिन हम भी कफन ओढ़ जायेंगे,
सब रिश्ते इस जमीन के तोड़ जायेंगे,
जितना जी चाहे सता लो मुझको,
एक दिन रोता हुआ सबको छोड़ जायेंगे।
ना शौक दीदार का
ना फ़िक्र जुदाई की
बड़े खुश नसीब हैं वो लोग
जो महोबत नहीं करते।
मेरे तो दर्द भी औरों के काम आते हैं,
मैं रो पडूॅं तो कई लोग मुस्कुराते हैं..!!
कैसे मानूं उसे इश्क़ है मुझसे
खुश देखा है मैंने उसे मुझसे जुदा होकर
बहुत मुश्किल होता है खुदको समेटना
देखना तुम भी कभी खुद में तबाह होकर।
अगर तुम्हारे पास है वक़्त ही नहीं
क्या करूँ मैं अपने हालात बताकर
ये मेरी मोहब्बत एक तरफ़ा ही है
क्या करूँ मैं अपने जज़्बात बताकर।
बहुत जुदा है औरों से मेरे दर्द की कहानी,
ज़ख्म का कोई निशान नहीं और दर्द की कोई इंतहा नही।
ज़ख्म तो आज भी ताज़ा है,
बस वो निशान चला गया
इश्क तो आज भी बेपनाह है,
बस वो इंसान चला गया।
कभी दर्द है तो दवा नहीं,
जो दवा मिली तो शिफा नहीं।
वो ज़ुल्म करते हैं इस तरह,
जैसे मेरा कोई खुदा नहीं।
इतना रोया मेरी मौत पर मुझे जगाने के लिए मैं
मरता ही क्यों अगर वह रो देता मुझे पाने के लिए।
हर महफिल अब जुदाई लगती है
अब तुम्हारी यादें भी पराई लगती है।
बहुत अजीब हैं ये बंदिशें मोहब्बत की,
कोई किसी को टूट कर चाहता है,
और कोई किसी को चाह कर टूट जाता है।
पलकों में आंसू और, दिल में दर्द सोया है।
हंसने वालों को क्या पता?
रोने वाला किस कदर रोया है।
दर्दे दिल की आह तुम ना समझोगे कभी,
हर दर्द का मातम सरेआम नहीं होता !
तेरा होकर भी मैं तनहा ही रहा
मुझे तन्हाइयों की आदत हो गयी
सोच तेरे नाम पर मिट जाने वाले को
क्यों तेरे ही नाम से नफरत हो गयी।
खुद ही रोए और खुद ही चुप हो गए,
ये सोचकर की कोई अपना होता तो रोने ना देता!!
जरा सी गलतफहमी पर
न छोड़ो किसी अपने का दामन
क्योंकि जिंदगी बीत जाती है
किसी को अपना बनाने में
आँसू भी आते हैं और
दर्द भी छुपाना पड़ता है
ये जिंदगी है साहब यहां
जबरदस्ती भी मुस्कुराना पड़ता है।
अदाएं कातिल होती हैं
आँखें नशीली होती हैं,
मोहब्बत में अक्सर होंठ सूखे होते हैं
और आँखे गीली होती हैं।
जहर की भी जरुरत नहीं पड़ी
हमें मारने के लिए, तुम्हारे ऐसे
बर्ताव ने ही हमें मार डाला।
दुआ करना दम भी उसी
दिन निकले,
जिस दिन तेरे दिल से हम
निकले💔
आधा ख्वाब, आधा इश्क़, आधी
सी है बंदगी,
मेरे हो…पर मेरे नही.. कैसी है ये
जिंदगी…
इस तरह मिली वो मुझे सालों के बाद
जैसे हक़ीक़त मिली हो ख्यालों के बाद
मैं पूछता रहा उस से ख़तायें अपनी
वो बहुत रोई मेरे सवालों के बाद।
अगर खुदा ने पूछा तो कह देंगे, हुई थी
मोहब्बत, मगर जिससे हुई
हम उसके काबिल न थे,,,😔
मुझे बहुत प्यारी है तुम्हारी दी
हुई हर एक निशानी,
अब चाहे वो दिल का दर्द हो या
आँखों का पानी..!!
छोड़कर जाने वाली दर्द भरी शायरी
अपना बनाकर फिर कुछ दिन में
बेगाना बना दिया,
भर गया दिल हमसे तो मजबूरी
का बहाना बना दिया।
उन लोगों का क्या हुआ होगा
जिनको मेरी तरह गम ने मारा होगा
किनारे पर खड़े लोग क्या जाने
डूबने वाले ने किस किस को पुकारा होगा।।
वो नही आती पर अपनी निशानी भेज देती है,
ख्वाबो में दास्ताँ पुरानी भेज देती है,
उसकी यादों के पल कितने भी मीठे हैं,
मगर कभी कभी आँखों में पानी भेज देती है।
जाने लागे जब वो छोड़ के दामन मेरा,
टूटे हुए दिल ने एक हिमाक़त कर दी,
सोचा था कि छुपा लेंगे ग़म अपना,
मगर कमबख्त आँखों ने बगावत कर दी।
कभी रो के मुस्कुराए
कभी मुस्कुरा के रोए
जब भी तेरी याद आई तुझे भुला के रोए
एक तेरा ही तो नाम था जिसे हज़ार बार लिखा
जितना लिख के खुश हुए उस से ज़यादा मिटा के रोए.
ना मेरा दिल बुरा था
ना उसमे कोई बुराई थी
बस नसीब का खेल है,
क्योंकि किस्मत में जुदाई थी।।
एक दिन हम भी कफन ओढ़ जायेंगे,
सब रिश्ते इस जमीन के तोड़ जायेंगे
जितना जी चाहे सता लो मुझको
एक दिन रोता हुआ सबको छोड़ जायेंगे।
ना आंसूओं से छलकते हैं
ना काग़ज़ पर उतरते हैं,
दर्द कुछ होते हैं ऐसे जो बस
भीतर ही भीतर पलते हैं…
तुम पर भी यकीन है और
मौत पर भी एतबार है,
देखते हैं पहले कौन मिलता है
हमें दोनों का इंतजार है।
अगर वो खुश है देखकर आंसू मेरी आंखों में
तो रब की कसम हम मुस्कुराना छोड़ देंगे
तड़पते रहेंगे उसे देखने के लिए
लेकिन उसकी तरफ नज़रें उठाना छोड़ देंगे।
टूट जायेगी तुम्हारी
जिद की आदत भी उस दिन,
जब पता चलेगा की
याद करने वाला अब याद बन गया🙂
सुना भी कुछ नही,
कहा भी कुछ नही,
पर ऐसे बिखरे हैं जिंदगी की कश्मकश में…
कि टूटा भी कुछ नही,
और बचा भी कुछ नही…
हम हंसते तो हैं लेकिन सिर्फ
दूसरों को हंसाने के लिए
वरना ज़ख्म तो इतने हैं कि
ठीक से रोया भी नही जाता।
तुम्हें पा लेते तो किस्सा खत्म हो जाता,
तुम्हें खोया है तो यकीनन कहानी लंबी चलेगी।
तुम मेरी लाश पर रोने मत आना
मुझसे बहुत प्यार था ये जताने मत आना
दर्द दो मुझे जब तक दुनिया में हूं
जब सो जाऊं फिर जगाने मत आना
ऐसे गये दिल की ज़मी बंजर कर के
आज तक कोई फूल ना खिल सका
बस्ती बस्ती लोग मिले हमराह मगर
फिर कभी तेरा पता ना मिल सका..
ख़ामोश फ़ज़ा थी कहीं साया भी नहीं था
इस शहर में हमसा कोई तनहा भी नहीं था
किस जुर्म पे छीनी गयी मुझसे मेरी हँसी
मैंने किसी का दिल तो दुखाया भी नहीं था..
प्यार सभी को जीना सिखा देता है
वफा के नाम पर मरना सिखा देता है,
प्यार नहीं किया तो कर के देख लो यारों
जालिम हर दर्द सहना सिखा देता है..,
जीते थे हम भी कभी शान से
महक उठी थी जिंदगी किसी के नाम से
मगर फिर गुज़रे उस मुकाम से
कि नफ़रत सी हो गई मोहब्बत के नाम से
इश्क़ की नासमझी में
हम अपना सबकुछ गवां बैठे,
उन्हें खिलौने की जरूरत थी…
और हम अपना दिल थमा बैठे!!
छोड़ते भी नही हाथ मेरा और
थामते भी नही
ये कैसी मोहब्बत है उनकी
गैर भी नही कहते हमे और
अपना मानते भी नही!!
तू मेरे बिना ही खुश है
तो शिकायत कैसी,
अब मैं तुझे खुश भी ना देखूं
तो मोहब्बत कैसी!
जब आख़िरी मुलाकात हो तो हंस
कर देख लेना मुझे, क्या पता
अगली बार तुम हमें कफन में
देखो और मुस्कुरा भी ना पाओ।
लगी है चोट दिल पे दिखा नही सकते,
भुलाना भी चाहे तो भुला नही सकते,
मोहब्बत का अंजाम यही होता है
जिसके लिए तरसते हैं उसे पा नही सकते
कभी कभी करते हैं जिंदगी की तमन्ना
कभी मौत का इंतजार करते हैं,
वो हमसे क्यों दूर हैं पता नही, जिन्हें हम
जिंदगी से भी ज्यादा प्यार करते हैं..🥀
ज़िंदगी रही तो याद सिर्फ
तुम्हे ही करते रहेंगे
भूल गए तो समझ जाना
अब हम ज़िंदा नही रहे।।
ना कोई मंजिल है ना
कोई किनारा है,
ना हम किसी के ना कोई
हमारा है..!!
हम बहुत हंसते थे,
जिंदगी ने आज रोना सीखा दिया,,
सबके साथ बैठना अच्छा लगता था,
आज अकेले रहना सीखा दिया,,
बात करने का शौक तो बहुत था, पर
जिंदगी ने आज चुप रहना सीखा दिया,,,
रो पड़ा वो फकीर भी
मेरे हाथों की लकीरें देखकर
बोला तुझे मौत नही
किसी की याद मारेगी।।
मैंने कभी किसी को आजमाया नही,
जितना प्यार दिया उतना कभी पाया नही,
किसी को हमारी भी कमी महसूस हो,
शायद खुदा ने मुझे ऐसा बनाया नही।
किसी की याद में दर्द भरी शायरी
प्यार किया नादान थे हम,
गलती हुई क्योंकि इंसान थे हम,
आज जिन्हें नज़रें मिलाने में तकलीफ होती है
कभी उसकी जान थे हम !
हर कोई मुझे जिंदगी जीने का तरीका बताता है
उन्हें कैसे समझाऊं की कुछ ख़्वाब
अधूरे हैं वरना जीना मुझे भी आता है।
सारे जमाने में बंट गया ‘वक्त उनका’
हमारे हिस्से में सिर्फ बहाने ही आए.!
नही कोई इस जहां में मुझे समझने वाला
एक आस थी तुझे वो भी टूट गई…
सोचा था हर दर्द बताएंगे
तुमसे मिलकर
तुमने तो इतना भी नही पूछा कि
तुम खामोश क्यों हो…
ग़म के दरिया से मिलकर बना है यह सागर,
तुम क्यों इसमें समाने की कोशिश करते हो,
कुछ नहीं है और इस जीवन में दर्द के सिवा,
तुम क्यों ज़िंदगी में आने की कोशिश करते हो।
आँखों में रहा दिल में उतर कर नहीं देखा
कश्ती के मुसाफिर ने समंदर नहीं देखा
पत्थर मुझे कहता है मेरा चाहने वाला
मैं मोम हूँ उसने मुझे छू कर नहीं देखा..
हमें नही आता अपने दर्द का दिखावा करना
बस अकेले रोते हैं, और सो जाते हैं…
गुनाह मालूम नही…!!!
पर सजा लाज़वाब मिली है..!!!
[Image: Dard Bhari Shayari]
किसी को इश्क़ की अच्छाई ने मार डाला,
किसी को इश्क़ की गहराई ने मार डाला,
करके इश्क़ कोई ना बच सका,
जो बच गया उसे तन्हाई ने मार डाला।
ना वो सपना देखो जो टूट जाए,
ना वो हाथ थामो जो छूट जाए,
मत आने दो किसी को करीब इतना कि,
उसके दूर जाने से इंसान खुद से रूठ जाए।
एक नया दर्द मेरे दिल में जगा कर चला गया,
कल वो फिर मेरे शहर में आकर चला गया,
जिसे ढूंढते रहे हम लोगों की भीड़ में,
मुझसे वो अपने आप को छुपा कर चला गया।
कब्र में दफनाते ही सारे रिश्ते टूट जाते हैं,
चंद दिनों में अपने अपनो को भूल जाते हैं,
कोई नही रोता उम्र भर के लिए,
वक्त के साथ साथ आसूं भी सूख जाते हैं।
दर्द में हम तो अपने आसूं
हंसते हंसते पी लेते हैं,
जहर जुदाई का सीने में लेकर,
हंसते हंसते जी लेते हैं।
आखिर कह ही डाला उसने एक दिन,
इस कदर टूटे हो बिखर क्यों नही जाते..
कब तक जिओगे ये दर्द भरी जिंदगी,
किसी रात खामोशी से मर क्यों नही जाते..!
तुम ने चाहा ही नही, हालात बदल सकते थे,
तेरे आसूं मेरी आंखों से निकल सकते थे,
तुम तो ठहरे रहे झील के पानी की तरह,
दरिया बनते तो बहुत दूर निकल सकते थे…
तन्हाई मेरे दिल में समाती चली गई,
किस्मत भी अपना खेल दिखाती चली गई,
महकती फिज़ा की खुशबू में जो देखा प्यार को,
बस याद उनकी आई और रुलाती चली गई।
इन आंखों में आसूं आए ना होते,
वो जो मुड़ कर मुस्कुराए ना होते,
उनके जाने के बाद ये गम होता है,
काश वो जिंदगी में आए ना होते।
प्यार क्या होता है हम नही जानते,
जिंदगी को अपना हम नही मानत
गम इतने मिले हैं की अब एहसास नही होता,
प्यार करे कोई तो विश्वास नही होता..!
हम तो समझे थे की ज़ख्म हैं भर जायेगा,
क्या खबर थी कि रोग दिल में उतर जायेगा,
ठीक लिखा था मेरे हाथ की लकीरों में,
तू प्यार करेगा तो बिखर जायेगा…
तरसते थे जो हमसे मिलने को कभी
ना जाने क्यों आज मेरे साये से भी वो कतराते हैं
हम भी वही हैं, दिल भी वही है,
ना जाने क्यों लोग बदल जाते हैं..!
दिल का दर्द जानना है तो किसी पे ऐतबार करके देखो,
अपने दिल के आईने में किसी को उतार के देखो,
रोयेंगे वो और आसूं तुम्हारे निकलेंगे,
ये एहसास जानना है तो दिल टूटने का ज़ख्म खाकर देखो…
मेरे गीत सुने दुनिया वालों ने
मगर मेरा दर्द कोई ना जान सका,
एक तेरा सहारा था दिल को,
तू भी ना मुझे पहचान सका…
संगदिलों की दुनिया है ये,
यहां सुनता नही फरियाद कोई,
यहां हंसते हैं लोग तभी,
जब होता है बरबाद कोई।।
तमन्ना जब किसी की नाकाम होती है,
जिंदगी उसकी एक उदास शाम होती है,
दिल के साथ दौलत ना हो जिसके पास,
मोहब्बत उस गरीब की नीलाम होती है…
कितना दर्द है दिल में दिखाया नही जाता,
गंभीर है किस्सा सुनाया नही जाता,
एक बार जी भर के देख लो इस चेहरे को,
क्योंकि बार-बार कफन उठाया नही जाता..!
पल पल उसका साथ निभाते हम,
एक इशारे पर दुनिया छोड़ जाते हम,
समुंदर के बीच में पहुंचकर फरेब किया उसने,
वो कहता तो किनारे पर ही डूब जाते हम…
अपनी तो जिंदगी की अजीब कहानी है,
जिस चीज को चाहा वो ही बेगानी है,
हंसते हैं दुनिया को हंसाने के लिए वरना,
दुनिया डूब जाए इन आंखों में इतना पानी है।
दर्द से खेलना सीख लिया हमने,
बेवफाई के साथ जीना सीख लिया हमने,
ये दिल किस कदर टूटा है हम बता नही पाएंगे,
अब तो मरने से पहले कफन ओढ़ना सीख लिया है हमने!
बहुत चाहा उसको जिसे हम पा ना सके,
ख्यालों में किसी और को ला ना सके,
उसको देखकर आंसू तो पोंछ लिए,
लेकिन किसी और को देख के मुस्कुरा ना सके।
कुछ चीजें हम पुरानी छोड़ आए हैं
आते आते उसकी आंखों में पानी छोड़ आए हैं,
ये ऐसा दर्द है जो बयां हो नही सकता,
दिल तो साथ ले आए धड़कन छोड़ आए हैं..!!
4 Line Dard Bhari Shayari
मैने कब दर्द के जख्मों से शिकायत की है,
हां मेरा जुर्म है के मैने मोहब्बत की है,
आज फिर देखा है उसे महफिल में पत्थर बनकर,
मैने आंखों से नही दिल से बगावत की है,
उसको भूल जाने की गलती भी नही कर सकता,
टूट कर ही तो सिर्फ उसी से मोहब्बत की है।
भर आई मेरी आंखें जब उसका नाम आया,
इश्क नाकाम सही पर बहुत काम आया,
हमने मोहब्बत में ऐसी भी गुजारी रातें,
जब तक आसूं ना बहे दिल को ना आराम आया।
मेरी कोई खता तो साबित कर,
अगर बुरा हूं तो बुरा साबित कर,
तेरा प्यार पाने के लिए क्या कुछ नहीं किया,
मैं बेवफा ही सही तू अपनी वफा तो साबित कर।
Gam Bhari Shayari
उसके इंतजार के मारे हैं हम,
बस उसकी यादों के सहारे हैं हम,
दुनिया जीत के करना क्या है अब..??
जिसे दुनिया से जीतना था आज उसी से हारे हैं हम.!!
जाने क्या मुझसे जमाना चाहता है,
मेरा दिल तोड़कर मुझे ही हंसाना चाहता है,
जाने क्या बात झलकती है मेरे इस चेहरे से,
हर शख्स मुझे आजमाना चाहता है.!!
काश यह जालिम जुदाई न होती,
ये खुदा तूने यह चीज़ बनाई न होती,
न हम उनसे मिलते न प्यार होता,
जिंदगी जो अपनी थी वो पराई न होती..!
दिल में है जो दर्द वो दर्द किसे बताएं,
हंसते हुए ये जख्म किसे दिखाएं,
कहती है ये दुनिया हमे खुश नसीब,
मगर इस नसीब की दास्तां किसे बताएं..!
मेरी मोहब्बत बेजुबां होती रही
दिल की धड़कने अपना वजूद खोती रहीं,
कोई नही आया मेरे दुख में करीब
एक बारिश थी जो मेरे साथ रोती रही।
खुद से जुदा करके गैरों का होने नही देता,
तू मेरे नसीब में होती तो तुझे खोने नही देता,
जानता हूं बिछड़कर तू आज भी रोती होगी,
काश मैं तेरे साथ होता तो तुझे रोने ना देता.!
जिनकी आंखे आसूं से नम नही,
क्या समझते हो उसे कोई गम नही,
तुम तड़प कर रो दिए तो क्या हुआ,
गम छुपाकर हँसने वाले भी कम नही।
उड़ रहा था मेरा दिल भी परिंदों की तरह,
तीर जब लग गई तो कोई भी मरहम न हुआ,
देख लेना था मुझे भी हर सितम की अदा,
ऐ सनम तेरे जैसा मेरा कोई दुश्मन न हुआ.
हर भूल तेरी माफ की
हर खता को तेरी भुला दिया
गम है कि, मेरे प्यार का
तूने बेवफ़ा बनके सिला दिया।
प्यार किया बदनाम हो गए,
चर्चे हमारे सरेआम हो गए,
जालिम ने दिल उस वक्त तोड़ा,
जब हम उसके गुलाम हो गए!
बहुत जुदा है औरों से
मेरे दर्द की कहानी,
ज़ख्म का कोई निशां नही
और दर्द की कोई इंतहा नही..
Dard Bhari Shayari in Hindi Text
जब फुरसत मिले चाँद से मेरे दर्द की कहानी पूछ लेना,
सिर्फ एक वो ही है मेरा हमराज तेरे जाने के बाद।
Jab fursat mile chand se mere dard ki kahaani puch lena,
Sirf ek vo hi hai mera hamraaz tere jane ke baad.
तजुर्बे ने एक ही बात सिखाई है,
नया दर्द ही पुराने दर्द की दवाई है।
Tajurbe ne ek hi baat sikhai hai,
naya dard hi purane ki dawai hai.
लोग कहते है हम मुस्कुराते बहुत है,
और हम थक गए दर्द छुपाते छुपाते।
Log kahate hain ham muskurate bahut hain,
aur ham thak gaye dard chhupate chhupate.
शमा जाओ मुझ में तो पता लगे कि दर्द क्या है?
ये वो किस्सा है जो जुबान से बयाँ नही होता।
Sama jao mujh me to pata lage ki dard kya hai?
Ye wo kissa hai jo jubaan se bayan nahi hota.
बहुत दर्द हैं ऐ जान-ए-अदा तेरे इश्क में,
कैसे कह दूँ कि तुझे वफ़ा निभानी नहीं आती।
Bahut dard hai ye jaan-e-ada tere ishq me,
kaise kah dun ki tujhe wafa nibhani nahi aati.
वो जान गयी थी हमें दर्द में मुस्कराने की आदत है,
देती थी नया जख्म वो रोज मेरी ख़ुशी के लिए।
Wo jaan gai thi hame dard me muskurane ki aadat hai,
deti thi naya jakhm wo roj meri khushi ke liye.
आवाज़ में ठहराव था आँखों में नमी सी थी,
और कह रहा था मैंने सब कुछ भुला दिया।
Aawaj me thahrav tha aankhon me nami si thi,
aur kah raha tha maine sab kuch bhula diya.
इलाजे-दर्दे-दिल तुमसे मेरे मसीहा हो नहीं सकता,
तुम अच्छा कर नहीं सकते मैं अच्छा हो नहीं सकता।
ilaaje-darde-dil tumse mere maseeha ho nahi sakta,
tum achha kar nahi sakte mai achha ho nahi sakta.
ज़ख्म दे कर ना पूछ तू मेरे दर्द की शिद्दत,
दर्द तो फिर दर्द है कम क्या ज्यादा क्या।
Zakhm de kar na puch tu mere dard ki shiddat,
dard to fir bhi dard hai kam kya jyada kya.
बेवफा वक़्त था..?तुम थे..?
या मुकद्दर था मेरा..?
बात इतनी ही है कि अंजाम जुदाई निकला ।
Bewfa waqt tha..? Tum the..?
Ya mukaddar tha mera..?
Baat itni hi hai ki anjaam judai nikali.
तेरे मेरे बीच कुछ भी आखिरी नही..!
सिवाय आख़िरी सांस के..!!
Tere mere beech kuch bhi aakhiri nahi..!
Siway aakhiri saans ke..!!
इश्क़ में यार का किरदार मत पूछिए
मरने वालों से खंजर की धार मत पूछिए
Ishq me yaar ka kirdaar mat puchhiye
Marne walon se khanjar ki dhaar mat puchhiye.
उसका मन देखकर मन लगा बैठे
मन से मन मिला तो वो तंग आ बैठे।
Uska man dekhkar man laga baithe
Man se man mila to wo tang aa baithe.
तलाश कर मेरी कमी को अपने दिल में,
दर्द हो तो समझ लेना रिश्ता अभी बाकी है।
Maja chakh lene do use gairon ki mohabbat ka
Itni chahat ke baad jo mera na hua wo auron ka kya hoga.
कितना और दर्द देगा बस इतना बता दे,
ऐसा कर ऐ खुदा मेरी हस्ती मिटा दे,
यूं घुट घुट के जीने से तो मौत बेहतर है,
मै कभी न जागूं मुझे ऐसी नीद सुला दे।
Kitna aur dard dega bas itna bata de,
Esa kar e khuda meri hasti mita de,
Yun ghut ghut ke jeene se to maut behtar hai,
Mai kabhi n jagun mujhe esi need sula de.
अब टूट गया दिल तो बवाल क्या करें,
खुद ही किया था पसंद अब सवाल क्या करें!
Ab tut gya dil to bawal kya karen,
Khud hi kiya tha pasand ab sawal kya karen!
गहरी थी रात लेकिन हम खोए नही,
दर्द बहुत था दिल में मगर हम रोए नही,
कोई नही हमारा जो पूछे हमसे,
जाग रहे हो किसी के लिए या किसी के लिए सोए नही…
Gahari thi raat lekin ham khoye nahi,
Dard bahut tha dil me magar ham roye nahi,
Koi nahi hamara jo puchhe hamse,
Jaag rahe ho kisi ke liye ya kisi ke liye soye nahi…
साथ मांगा मिला नही
खुशी मांगी मिली नही
प्यार मांगा किस्मत में था नही
और दर्द बिन मांगे ही मिल गया।
Sath manga mila nahi
Khushi mangi mili nahi
Pyaar manga kismat me tha nahi
Aur dard bin mange hi mil gya.
प्यार के उजाले में गम का अंधेरा आता क्यों है?
जिसको हम चाहे वही रुलाता क्यों है?
अगर वह मेरा नसीब नही?
तो खुदा ऐसे लोगों से मिलाता क्यों है।
Talaash kar meri kami ko apne dil me,
Dard ho to samjh lena rishta abhi baki hai.
समेट ले जाओ अपने झूठे वादों के अधूरे किस्से,
अगली मोहब्बत में तुम्हे फिर इनकी जरूरत पड़ेगी।
Samet le jao apne jhuthe wadon ke adhure kisse,
Agali mohabbt me tumhe fir inki jarurat padegi.
वो नाराज हो जाए तो बेचैन हो जाते हैं हम…
हम खफा हो जाए तो वो
वजह तक नही पूछते।
Wo naraj ho jaye to bechain ho jate hain ham…
Ham khafa ho jaye to wo wajah tak nahi puchhate.
मज़ा चख लेने दो उसे गैरों की मोहब्बत का भी
इतनी चाहत के बाद जो मेरा ना हुआ वो औरों का क्या होगा।
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