Yaad Shayari In Hindi
उसे पाना 👉 उसे खोना
उसी की याद 😔 में रोना
यही अगर इश्क 💔 है
तो हम तन्हा ही अच्छे ✋ है
रुक जाये 👉 गर मेरी धड़कन
तो इसे मौत 👆 न समझना
ऐसा होता 🙁 है अक्सर
उसे याद 👌 करते करते ✍️
तेरी याद 👉 रही मेरे साथ
सारी जिंदगी 😔 मेरे
शिकवा नहीं 💔 के तुम
✋ साथ हो यान न हो
काश 👉 तू भी बन जाए
तेरी यादों 👆 की तरह
न वक़्त देखे 🙁 न बहाना
बस 👌 चली आये | ✍️
कैसे बदल 👉 लूँ ये
आदत मैं 👆 अपनी
कि मुझे तुझे याद करने 🙁
की आदत 👌 हो गई है ✍️
बिछड़ी हुई राहों 👉 से
जो गुज़रे 👆 हम कभी
हर मोड़ पर खोई 🙁 हुई
एक याद मिली 👌 है ✍️
याद करते 👉 है हम आज
भी उन्हें पेहले 👆 की तरह
कौन केहता 🙁 है फासले
मोहब्बत मिटा देते 👌 है ✍️
जब तुम्हारी याद 👉 के
ज़ख़्म भरने लगते 👆 है
फिर 🙁 किसी बहाने तुम्हें
याद 👌 करने लगते है ✍️
तुम भूल कर 👉 भी याद
👆 नहीं करते हो कभी
हम तो 🙁 तुम्हारी याद 👌 में
सब कुछ भुला चुके ✍️
हम 👉 तुम्हें याद करेंगे
तुम हमें 👆 याद करना
देखते 🙁 है हिचकियां
किसे 👌 आती है✍️
तेरी यादों 👉 का ज़हर
फैल गया 👆 है दिल में
मैंने बहुत देर कर दी 🙁 है
तुझे भुलाने 👌 में | ✍️
काश 👉 तुम्हें ख्वाब 👆
ही आ जाए
के 🙁 हम तुम्हें कितना
याद 👌 करते है ✍️
तेरी यादों 👉 को पसंद है
मेरी आँखों 👆 की नमी
हँसना 🙁 भी चाहूँ तो रूला
देती 👌 है तेरी कमी ✍️
तेरी यादों 👉 की कोई
मंजिल होती तो अच्छा 👆 था
खबर 🙁 तो रेहती
कितना सफ़र तय करना 👌 है✍️
तेरी बेरूखी 👉 का अंजाम
एक दिन 👆 यही होगा
आखिर भुला 🙁 ही देंगे
तुझे याद 👌 करते करते ✍️
कभी 👉 कभी इतनी शिद्दत से
उनकी याद आती 👆 है
जो हम पलकों को मिलाते 🙁 है
तो 👌 आँखें भीग जाती है ✍️
आँखें खुलते 👉 ही याद आ
जाती 👆 है मुस्कुराहट तुम्हारी
सुबह 🙁 की ये पेहली ख़ुशी
बहुत ही बेमिसाल होती 👌 है
उजाले अपनी यादों 👉 के
हमारे 👆 साथ रेहने दो
न जाने किस गली 🙁 में
ज़िन्दगी की शाम 👌 हो जाए✍️
नहीं 👉 फुर्सत यकीन मानो
हमें कुछ और करने 👆 की
तेरी यादें 🙁 तेरी बातें
बहुत मसरूफ़ रखती 👌 है
किस जगह रख 👉 दूँ
तेरी याद 👆 के चिराग को
कि रोशन 🙁 भी रहूँ
और हथेली भी 👌 ना जले ✍️
एक अजीब सी जंग छिड़ी 👉 है
तेरी 👆 यादों को लेकर
आँखे केहती है सोने 🙁 दे
दिल केहता 👌 है रोने दे✍️
तुझे याद करना 👉 न करना
अब मेरे बस 👆 में कहाँ
दिल 🙁 को आदत है हर
धड़कन पे 👌 तेरा नाम लेने की
मार ही 👉 न डाले मुझे
ये बादलों 👆 की साज़िश
ये जब 🙁जब से बरसे हैं
तुम बहुत याद 👌 आए हो
किस तरह से मुझसे 👉 है
तेरी याद 👆 को हमदर्दी
देखती 🙁 है मुझे तन्हा
तो 👌 चली आती है
कितना 👉 भी खुश रहने 👆 की
कोशिश करलो
जब कोई याद आता 🙁 है
तो 👌बहुत रुलाता है
कुछ धड़कता 👉 तो है
सीने 👆 में मेरे रेह-रेह कर
अब 🙁 खुदा जाने तेरी
याद 👌 है या दिल मेरा ✍️
कोई कितना 👉 भी हिम्मत
वाला क्यूँ 👆 ना हो
रुला ही देती 🙁 है किसी की
याद 👌 कभी न कभी ✍️
कभी याद आती 👉 है कभी
उनके ख्वाब आते 👆 है
मुझे सताने 🙁 के सलीक़े तो
उन्हें बे-हिसाब आते 👌 है ✍️
ज़रूरी तो नहीं 👉 है कि
तुझे आँखों से 👆 ही देखें
तेरी याद 🙁 का आना भी
तेरे दीदार 👌 से कम नहीं ✍️
मसरूफ़ ज़िन्दगी 👉 में
तेरी याद 👆 के सिवा
आता नहीं 🙁 है कोई
मेरा 👌 हाल पूछने✍️
याद आएगी 👉 हमारी तो बीते
कल 👆 की किताब पलट लेना
यूँ 🙁 ही किसी पन्ने पर मुस्कुराते हुए 👌
हम मिल जाएँगे✍️
रोज़ सुबह उठते 👉 है
हम पत्थर 👆 सी आँखें लेकर
ये तेरी यादों 🙁 की हवा मेरे 👌
अश्क सुखा देती है✍️
आ गयी 👉 तेरी याद
दर्द 👆 का लश्कर लेकर
अब 🙁 कहाँ जाए 👌 हम
दिल-ए-मुज़्तर लेकर ✍️
उसे यकीन 👉 था खुद पे
कि भूल जाएगा 👆 मुझे
हमें 🙁 भी दिल पे भरोसा था 👌
और याद रखे है ✍️
बुझा भी 👉 दो सिसकते हुए
यादों 👆 के चिराग
इनसे कब जुदाई 🙁 की
रातों 👌 में उजाला होगा ✍️
कुछ 👉 नये सपने उसी के
देखना 👆 है फिर से मुझे
सो गया हूँ 🙁 मैं बहा कर
जिसकी यादें आँख 👌 से ✍️
ना 👉 कर जिद अपनी
हद में रेह 👆 ए दिल
वो बड़े लोग 🙁 है अपनी
मर्ज़ी 👌 से याद करते है
तेरी यादें 👉 भी बचपन के
खिलौने जैसी 👆 है
तन्हा 🙁 होता हूँ तो
लेकर बैठ जाता 👌 हूँ
दो लफ्ज़ 👉 क्या लिखे
तेरी याद में 👆 हमने
लोग केहने 🙁 लगे तू
आशिक़ बहुत पुराना 👌 है
जिन 👉 के पास होती है
उम्र भर 😔 की यादें
वो लोग तन्हाई में 💔 भी
तन्हा नहीं ✋ होते 🚶
फिर उसी 👉 की याद में
दिल बेक़रार हुआ 👆 है
बिछड़ 🙁 के जिस से हुई 👌
शहर-शहर रुसवाई
अभी तक दिल में रोशन 👉 है
तुम्हारी याद 👆 के जुगनू
अभी 🙁 इस राख में चिंगारियाँ
आराम करती 👌 है ✍️
तुम्हारी याद 👆 के जुगनू
अभी 🙁 इस राख में चिंगारियाँ
आराम करती 👌 है ✍️
मिलते 👉 रहिए हाल-चाल
पूछते 👆 रहिए
ना जाने 🙁 कब कोई एक
याद बन 👌 कर रेह जाए ✍️
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