Husband Wife Love Shayari अगर देखा जाये तो इस संसार का सबसे खूबसूरत रिश्ता प्यार ही है, क्यों की जब किसी को प्यार हो जाता है, तो उसे लगता है उसे दुनिया का सबसे कीमती खजाना मिल गया। ये एक ऐसा बंधन है जिसमें कोई स्वार्थ नहीं होता। प्यार अमीरी गरीबी, ऊंच नीच,जात पात से बहुत ऊपर होता है।
Husband Wife Love Shayari
दिल उदास हो तो बात कर लेनादिल चाहे तो मुलाकात कर लेनाहम रहते हैं आपके दिल मेंवक्त मिले तो तलाश कर लेना
ये मोहब्बत है जनाब कितनी भीतकलीफ दे मगर सुकून भी उसीकी बाहों में मिलता है
रूह से किया गया इश्कलाजवाब होता हैन तस्वीर की दरकारनमुलाकात की जिद सिर्फप्यार ही प्यार होता है
कौन कहता है दूरिओंसे मिट जाती हैमुहब्बत, मिलने वालेख्यालों में भी मिला करते हैं
यूं ही नही हम आपकेलिए तड़पते हैं बस आपही हो जो हर सांस के साथइस दिल में धड़कते हैं
अच्छा लगता है हर राततेरे ख्यालों में खो जानाजैसे दूर हो कर भी तेरीबाहों में सो जाना
ज़िन्दगी से यही गिला है मुझे,तू बहुत देर से मिला है मुझे,तू मोहब्बत से कोई चाल तो चल,हार जाने का हौसला है मुझे
तुम खुश होकरमुस्कुराते हो हम तुम्हेमुस्कुराता देखकरखुश होते हैं
जो हकीकत में सच्चाप्यार होता है,वो ज़िन्दगी में सिर्फएक बार होता है
दिलबर की दिल्लगी मेंदिल अपना खो चुके हैंकल तक तो खुद के थेआज आपके हो चुके हैं
Husband Wife Love Shayari
तुमने वादा तो किया था
खावों में मिलने का
ये हमारी बदनसीबी है
हमें नींद ही नहीं आई
तवाह होकर भी
तवाही दिखती नहीं
ये इश्क है इसकी दवा
कहीं बिकती नहीं
तुमसे बात न हो तो
पल पल याद करते हैं हम
तुम्हारी कसम तुम्हे
बहुत प्यार करते हैं हम
ये याद है तुम्हारी या यादों में तुम हो,
ये ख्वाब हैं तुम्हारे या ख्वाबों में तुम हो,
हम नही जानते हमें बस इतना बता दो,
हम जान हैं तुम्हारी या हमारी जान तुम हो
मेरी जिंदगी का सबसे
खूबसूरत किरदार हो तुम
वो जो आखिरी में मिल जाता है न
हां वही वाला प्यार हो तुम
कुछ दौलत पे नाज करते हैं
तो कुछ शौहरत पर नाज़ करते हैं
हमारे पास तो आपकी मोहब्बत है
इसलिए हम अपनी किस्मत पर नाज़ करते हैं
दूर ही सही मगर तुझसे प्यार तो है
तेरे इन्कार के बाद भी इंतजार हो है
अगर आसान होता भूलना, तो भूल जाते
पर आज भी ये दिल बेकरार तो है
दिल धड़कने की वजह तुम हो,
सांसे चलने की वजह तुम हो,
इस दिल को कभी धोखा मत देना
इस दिल की पहली और
आख़िरी मोहब्बत सिर्फ तुम हो
मत पूछ कैसे गुजरता है
हर पल तुम्हारे बिना
कभी बात करने की हसरत
कभी देखने की तमन्ना
नजर से दूर है फिर भी फिज़ा में शामिल है
की तेरे प्यार की खुशबू हवा में शामिल है
हम चाह कर भी तेरे पास, आ नही सकते
की दूर रहना भी, मेरी वफा में शामिल है
रूबरू मिलने का मौका
मिलता नहीं है रोज़
इस लिए ख्यालों में
तुमको छू लिया मैंने
ज़िंदगी तेरी हसरतों से खफा कैसे हो
तुझे भूल जाने की खता कैसे हो
रूह बनकर समा गए हो हम में
तो रूह फिर जिस्म से जुदा कैसे हो
मोहब्बत एक खुशबू हैहमेशा साथ रहती है,कोई इंसान तन्हाई में भीकभी तन्हा नहीं रहता
मेरी रूह गुलाम हो गई है,तेरे इश्क़ में शायद,वरना यूँ छटपटाना,मेरी आदत तो ना थी
जिंदगी की राह में मिले
हजारों मुसाफिर मुझे
उम्र भर भुला न पाउँगा
वो मुलाकात हो तुम
जब किसी की रूह में उतर
जाता है मोहब्बत का समंदर
तब लोग जिंदा तो होते हैं
लेकिन किसी और के अंदर
मेरी आँखों में यहीहद से ज्यादा बेशुमार है,तेरा ही इश्क़, तेरा ही दर्द,तेरा ही इंतज़ार है
तू हकीकत-ए-इश्क हैया कोई फरेब,ज़िन्दगी में आती नहींख़्वाबों से जाती नहीं
इक तेरी तमन्ना नेकुछ ऐसा नवाज़ा है,माँगी ही नहीं जातीअब कोई और दुआ हमसे
कभी तुम आ जाओ ख्यालों मेंऔर मुस्कुरा दूँ मैं,इसे गर इश्क़ कहते हैंतो हाँ मुझे इश्क़ है तुमसे
तेरी मुस्कान इसदिल को भाने लगी हैतेरी आंखो में मुझेजन्नत नजर आने लगी है
हम अपनी रूह तेरे जिस्ममें ही छोड़ आये फ़राज़,तुझसे गले लगाना तोबस एक बहाना था
नजर नमाज नजरियासब कुछ बदल गया,एक रोज इश्क़ हुआ औरमेरा खुदा बदल गया
कल क्या खूब इश्क़ सेइन्तेकाम लिया मैंने,कागज़ पर लिखा इश्क़और उसे ज़ला दिया मैंने,
ना हारा है इश्क औरन दुनिया थकी है,दिया भी जल रहा हैहवा भी चल रही है
जागने की भी, जगाने की भी,आदत हो जाए,काश तुझको किसीसे मोहब्बत हो जाए।
मेरी छोटी सी दुनिया मेंमेरा सब कुछ तुम हो
शाम होते ही तेरे प्यारकी पागल खुशबू,नींद आँखों सेसुकून दिल से चुरा लेती है
खयालों में उसके मैंनेबिता दी ज़िंदगी सारी,इबादत कर नहीं पायाखुदा नाराज़ मत होना
छू जाते हो तुम मुझे हर रोजएक नया ख्वाब बनकर,ये दुनिया तो खामखां कहती हैकि तुम मेरे करीब नहीं
राज़ खोल देते हैंनाजुक से इशारे अक्सर,कितनी खामोशमोहब्बत की जुबान होती है
तुम्हें नींद नहीं आती तोकोई और वजह होगी,अब हर ऐब के लिएकसूरवार इश्क तो नहीं
अकेले हम ही शामिलनहीं हैं इस जुर्म में,नजर जब मिली थीमुस्कराये तुम भी थे
मय्यत पे मेरी आए हैंकुछ इस अदा से वो,सब उन पे मर मिटे हैंमुझे तन्हा छोड़ के
तुम हकीकत हो याफरेब मेरी आँखों का,न दिल से निकलते होन जिंदगी में आते हो
वजह नफरतों कीतलाशी जाती हैमोहब्बत तो बिनवजह ही हो जाती है
उसकी मोहब्बत लाखछुपाई ज़माने से मैंने,मगर आँखों में तेरेअक्स को छुपा न सका
गुजरा है मोहब्बत मेंकुछ ऐसा भी ज़माना,रूठा हूँ अगर मैं तोमनाया था किसी ने
अब तो शायद ही मुझसे मोहब्बत करे कोईमेरी आँखों में तुमसाफ-साफ नजर आते हो
हमारा क्या है हम तो
देखते रहेंगे सपने तुम्हारे
खाव तो उनके पुरे हुए
जिनकी हक़ीक़त हो तुम
करूँगा क्या जो हो गया
नाकाम मोहब्बत में,
मुझे तो कोई और काम भी
नहीं आता इसके सिवा
छुप-छुप के देखा है उन्हेंउनके सामने अक्सर,इजहार-ए-इश्क़ भी होगाजरा बात तो होने दो
न जाने कैसा रिश्ता है
इस दिल का तुमसे
धड़कना भूल सकता है
पर तेरा नाम नहीं