तुझे चाहा भी तो इजहार न कर सके,
कट गई उम्र किसी से प्यार न कर सके,
तुने माँगा भी तो अपनी जुदाई मांगी,
और हम थे की इंकार न कर सके
आँखों मे आ जाते हैं आँसू,
फिर भी लबो पे हँसी रखनी पडती है,
ये मुहब्त भी क्या चीज है यारों,
करते सब हैं ,पर दुनिया से छुपानी पडती हैं..
काश ! तुम जो मेरे हमसफर न होते।
फिर मेरे दिल को ये घेरे भी न होते।
दिल एक टुटा हूआ सितारा न होता।
इश्क के मौसम में ये अवारा न होता।
क्यों इतना करीब चला आता है कोई
क्यों मुहब्बत का एहसास दिला जाता है कोई
जब आदत सी हो जाती है इस दिल को उसकी
तो क्यों फिर दूर चला जाता है कोई
प्यार करके कोई जताए ये जरूरी तो नही,
याद करके कोई बताये ये जरूरी तो नही,
रोने वाला तो दिल में ही रो लेता है,
आँख में आंसू आये ये जरूरी तो नही..
आँखों के सामने हर पल आपको पाया हैं,
अपने दिल में भी सिर्फ आपको ही बसाया हैं,
आपके 💟बिना हम जिए💋 भी तो कैसे,
भला जान के बिना भी कोई जी पाया हैं..
गजलों का हुनर साकी को सिखाएंगे,
रोएंगे मगर आंसू नहीं आएंगे,
कह देना समंदर से हम ओस के मोती हैं,
दरिया की तरह तुझसे मिलने नहीं आएंगे..
खामोशियों की आदत हो गई है,
ना शिकवा रहा ना शिकायत किसी से,
अगर है तो एक मोहब्बत, जो इन तन्हाईयों से हो गई है..
महफ़िल से नही तो तनहाई से डरता हुँ,
प्यार से नही तो रुसवाई से डरता हुँ,
मिलने की उमंग बहुत होती है,
लेकिन मिलने के बाद तेरी जुदाई से डरता हुँ..
कहाँ मांग ली थी कायनात मैंने,
जो इतना दर्द मिला,
ज़िन्दगी में पहली बार खुदा,
तुझसे ज़िन्दगी ही तो मांगी थी।
जब कोई ख्याल दिल से टकराता है!
दिल न चाह कर भी, खामोश रह जाता है!
कोई सब कुछ कहकर, प्यार जताता है!
कोई कुछ न कहकर भी, सब बोल जाता है!
jab koe khyal dil se takrata hai
dil n chah kar bhi khaamosh rah jata hai
koe sb kuchh kahkar pyar jtata hai
koekuchh n kahkar bhi sb bol jata hai .
हर दिल में दर्द छुपा होता है,
बयाँ करने का अंदाज़ जुदा होता है,
कोई अश्कों से बहा देता है और,
किसी की हंसी में भी दर्द छुपा होता है..
har dil me dard chhupa hota hai
bya karne ka andaz juda hota hai
koe ashkom se baha deta hai or
kai ki hansi me bhi dard chhupa hota hai
जिसमे याद ना आए वो तन्हाई किस काम की,
बिगड़े रिश्ते ना बने तो खुदाई किस काम की,
बेशक इंसान को ऊंचाई तक जाना है,
पर जहाँ से अपने ना दिखें वो उँचाई किस काम की।
पास आपके दुनिया का हर सितारा हो,
दूर आपसे गम का हर किनारा हो,
जब भी आपकी पलके खुले सामने वही हो,
जो आपको दुनिया में सबसे प्यारा हो..
paas apke duniya ka hr sitara ho
door apse gum ka hr kinara ho
jab bhi apki palke khule samne bahi ho
jo apko duniya me sabse pyara ho
बड़ी बड़ी लहरों से वो बच के निकल गयी,
तुफानो को धोका देके, बहकी लेकिन संभल गयी,
बस इतनी सी बात समंदर को खल गयी,
एक काग़ज़ की नाँव मुझपे कैसे चल गयी।