पलकों में कैद कुछ सपने हैं ,
कुछ बेगाने और कुछ अपने हैं ,
न जाने क्या कशिश है इन ख्यालों में ,
कुछ लोग दूर होक भी कितने अपने है ..
किस्मत पर नाज़ है तो वजह तेरी बजहा से
खुशियां जो पास है तो वजह तेरी बजहा से
मेरे अपने मेरे साथ है तो वजह तेरी बजहा से
मैं तुझसे💢 मोहब्बत की 😱तलब कैसे न करूँ..
चलती जो ये सांस है तो वजह तेरी बजहा से
तू रूठा रूठा सा लगता है,
कोई तरकीब बता मनाने की,
मैं ज़िन्दगी गिरवी रख दूंगा,
तू क़ीमत बता मुस्कुराने की..
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