Swami Vivekananda Quotes in Hindi । स्वामी विवेकानन्द सुविचार | swami vivekanand shayari , sami ji Suvichar |swami vivekanand prerak vichar .
उठो जागो और तब तक नहीं रुको
जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो
जब तक जीवन है कुछ न कुछ सीखते रहो
क्यों की ज्ञान ही इस जगत में सर्वश्रेष्ठ है
जिस समय जिस काम के लिए प्रतिज्ञा करो,
ठीक उसी समय पर उसे करना ही चाहिये,
नहीं तो लोगो का विश्वास उठ जाता है।
जो पीठ पीछे किसी की
बुराई, चुगली, निंदा करता है
वो संत यां महात्मा नहीं
दुष्टात्मा होता है
जिस दिन आपके सामने
कोई समस्या न आये
आप यकीन कर सकते है की आप
गलत रास्ते पर सफर कर रहे है
ज्ञान धन से उत्तम है
क्योंकि धन की तुम्हें
रक्षा करनी पड़ती है मगर
ज्ञान तुम्हारी रक्षा करता है
जो तुम सोचते हो वो हो जाओगे
यदि तुम खुद को कमजोर सोचते हो
तुम कमजोर हो जाओगे
अगर खुद को ताकतवर सोचते हो
तुम ताकतवर हो जाओगे।
जिस कष्ट को हम झेल रहे हैं
वे हमारे कर्मों का परिणाम है
अगर इसको सत्य मान लें
तो इसे नष्ट भी कर सकते हैं
किसी मकसद के लिए
खड़े हो तो एक पेड़ की तरह
गिरो तो बीज की तरह
ताकि दुबारा उगकर उसी
मकसद के लिए जंग कर सको
सभी शक्तियां
आपके अंदर हैं
आप कुछ भी और सब
कुछ कर सकते हो
जिंदगी का रास्ता बना
बनाया नहीं मिलता है
स्वयं को बनाना पड़ता है
जिसने जैसा मार्ग बनाया
उसे वैसी ही मंज़िल मिलती है
महात्मा वो है,
जो गरीबों और असहायों
की सहायता करता है
अन्यथा वो दुरात्मा है
जो हम बोते हैं
वही काटते भी हैं
हम स्वयं ही अपने
भाग्य के निर्माता हैं
जितना कठिन संघर्ष होगा
जीत उतनी शानदार होगी
अच्छे चरित्र का
निर्माण हज़ार
ठोकरें खाने के
बाद होता है
किसी भी मनुष्य को पापी
सबसे बड़ा कहना पाप है
मनुष्य तो ईश्वर की संतान हो
तो पापी कैसे हो सकता है
पढ़ने के लिए जरूरी है एकाग्रता
एकाग्रता के लिए जरूरी है ध्यान
ध्यान से ही हम इन्द्रियों पर संयम
रखकर एकाग्रता प्राप्त कर सकते है
हमे ऐसी शिक्षा चाहिए,
जिसमे चरित्र का निर्माण हो
मन की शक्ति बढ़े,
बुद्धि का विकास हो
स्वयं में बहुत सी कमियों के बावजूद
मैं स्वयं से प्रेम कर सकता हुँ तो दुसरो में
थोड़ी बहुत कमियों की वजह से
उनसे घृणा कैसे कर सकता हुँ