अपनों की यादें
खुशबू की तरह होती हैं।
चाहे कितनी भी खिड़की दरवाजे
बन्द कर लो हवा के झोंके के साथ
अन्दर आ ही जाती हैं
Good morning shayari hindi
रिश्तों को निभाने के किसी के आगे इतना मत झुको कि उठते समय सहारे की जरुरत पड़े, क्योंकि जो आपको झुका रहा है वो आपको उठने में कभी मदद नहीं करेगा और ,जो रिश्तों को झुकाने में विश्वास करता है वो कभी रिश्तों को निभाने में विश्वास नहीं कर सकता। ऐसे रिश्ते को उनके हाल पर छोड़ देना या समय को प्रतिकूल जानकर शांत बैठ जाना ही अच्छा है। कोई अपना है या हम किसी के हों क्या फर्क पड़ता है ,अपना वही है जो हर हाल में आपको आगे बढ़ाता है जो पीछे धकेल रहा है वो कभी आपका नहीं हो सकता है