कभी रज़ामंदी तो कभी बग़ावत है इश्क मोहब्बत राधा की है तो मीरा की इबादत है इश्क
सुना है तुम ले लेते हो, हर बात का बदला, आजमाएंगे कभी तुम्हारे लबो को चूम कर
इस दिल मे प्यार था कितना, वो जान लेते तो क्या बात होती हमने माँगा था उन्हें खुदा से, वो भी मांग लेते तो क्या बात होती
Love बेशुमार करते हैं आपको इज़हार करना जरूरी है क्या ! रब से भी ज्यादा चाहते हैं आपको I Love You बोलना जरूरी है क्या?
लबों की नरमी जुल्फों का साया भी नहीं देती, वो दिल में रहती है मगर किराया भी नहीं देती.
मुझे छोड़ कर जाने वाली पगली मुझे बता तो देतीं मेरी कमियां , मैं वो कमियां दूर करके कोई दूसरी फंसा लेता 😂
प्यार में तीन चीज़े “Importent” होता है रूठना, मानना और मान जाना
अपना ख्याल रखा करो क्योंकि मेरे पास तुम्हारी जैसा कोई दूसरा नहीं
मुझे तुमसे ये कहना है मुझे तेरी बाहों में हमेशा रेहाना है
कभी यह सोचा नहीं था के, इतना इश्क़ हो जाएगी कि उससे बात करे बिना एक दिन गुजरना मुश्किल हो जाएगी
हजारों महफिल पे लाखो मिले है, पर जहां तुम ना मिले वहां हम अकेले हुए
बहुत होंगे दुनिया में चाहने वाला तुझे लेकिन मेरे लिए तो तू ही मेरी दुनिया है
हजारों फूल देखे है गुलशन में मगर खुशबू वही तक है जहां तक तुम हो
मेरा प्यार तुम्हारे लिए कभी भी कम नहीं होगा वक्त के साथ ना हालात के साथ और ना ही उम्र के साथ
ज़िन्दगी में कभी कभी ऐसा भी होता है जिनके साथ के लिए हम तरसते है वो किसी और को खुश करने में व्यस्त रहते है
मोहब्बत का पता नहीं पर हां मेरी हर शायरी में जीकर सिर्फ तुम्हारा ही है
तेरे प्यार का कितना खूबसूरत एहसास है दूर होकर भी लगता है जैसे तू हर पल मेरे आसपास है
“दुनिया का सबसे कीमती तोहफ़ा ‘हमसफ़र’ हैं जो कीमत से नहीं किस्मत से मिलता है जैसे आप हमे मिले।”
तुमसे प्यार कब हुआ कैसे हुआ कुछ पता नहीं चला पर हमेशा तुमसे ही रहेगा ये तुमसे वादा है
रहा नहीं जाता तेरे दीदार के बिना जिंदगी अधूरी से लगती है तेरे प्यार के बिना
गुस्सा सिर्फ वही करता है जिन्हे आपके लिए बहुत परवाह होती है।
तेरी आखों में हमें अपना
चेहरा दिखाई देता है
बहुत अच्छा लगता है जब तू
हमें अपनी बाहों में लेता है
एक उम्र बीत गयी तुम्हे चाहते हुए
तू आज भी बेखबर है कल की तरह
तुझे याद करना भी एक अहसास है
ऐसा लगता है तू हर पल मेरे पास है
जिसको याद करने से चेहरे पे नूर आ जाए
ऐसा खूबसूरत अहसास हो तुम
वादा करो मुझे रुलाओगे यही
हालत जैसे भी हों मुझे भुलाओगे नहीं
मैं लव हूँ पर मेरी बात हो तुम
मैं तब हूँ जब मेरे साथ हो तुम
किताब ऐ दिल में रखा
तो भी खुशबू न गई तेरी याद
का जलवा भी गुलाब जैसा है
जो उसकी आँखों से बयान होते है
वो लफ्ज़ किताबों में कहाँ होते है
मुहब्बत खुद बताती है कहाँ किसका ठिकाना है
किसे आँखों में रखना है किसे दिल में बसाना है
चाहत इतनी है की
कुछ ऐसा मेरा नसीब हो
वक़्त चाहे जैसा भी हो
बस तू मेरे करीब हो
वो जिंदगी क्या जिसमे मुहब्बत नहीं
वो मुहब्बत क्या जिसमे यादें नहीं
वो यादें क्या जिसमे तुम नहीं
तू बोले यां न बोले तेरे बोलने का गम नहीं
तू बस एक बार मुस्कुरा दे ये तेरे बोलने से कम नहीं
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