ghar par raho surakshit raho by author - मई 07, 2020 इन्सान की चाहत है कि उड़ने को पर मिले,और परिंदे सोचते हैं कि रहने को घर मिले घर पर रहो सुरक्षित रहो एक जमाना था जब घर पर पड़े रहने वालो को लोग निक्क्मा कहते थे और आज समझदार कहते हैं LIFE QUOTES HINDI