कल रात सपने में आई कोरोना....
उसे देख जो मैं डरा
तो मुस्कुरा के बोली --मुझसे डरो ना।।
उसने कहा-" *कितनी अच्छी है तुम्हारी संस्कृति ।*
*न चूमते ,न हाथ मिलते*
*दोनों हाथ जोड़ कर स्वागत करते ।।* वहीं करो ना
मुझसे डरो ना।
*कहाँ से सीखा तुमने ??*
*रूम स्प्रे ,बॉडी स्प्रे ,*
*पहले तो तुम धूप , दीप कपूर अगरबत्ती ,लोभान जलाते*
वही करो ना ,
मुझसे डरो ना!!!
शुरू से तुम्हें सिखाया गया
*अच्छे से हाथ पैर धोकर घर में घुसो,*
*मत भूलो अपनी संस्कृति*
वही करो ना
मुझसे डरो ना!!
उसने कहा " *सादा भोजन उच्च विचार'"*
यही तो है तेरे संस्कार।
*उन्हें छोड़ जंक फूड फ़ास्ट फूड के चक्कर में पड़ो ना*
मुझसे डरो ना !!!
उसने कहा "" *शुरू से ही अमुक जानवरों को पाला पोसा प्यार दिया "*
*रक्षण की है तुम्हारी संस्कृति ,उनका भक्षण करो ना*
मुझसे डरो ना !!
कल रात मेरे सपने में आई *कोरोना*
बोली *मुझसे डरो ना* !