सरे शहर को इस चाहत की खबर हो गयी
इन्हें बना दो किस्मत हमारी
हमें नहीं चाहिये ज़माने की खुशियाँ
अगर मिल जाये मोहब्बत तुम्हारी
जबसे देखा है नज़रों ने आपको ,
इनको और कुछ भी नज़र नहीं आता ,
न जाने कैसा किया है जादू आपने ,
कोई और चेहरा इसको नहीं भाता ….
जब उनकी निगाहें हमारी निगाहों के साथ होगी
बैठे है हम उस रात के इंतज़ार में
जब उनके होंठों की सुर्खियां हमारे होंठों के साथ होगी
मुस्कुराते पलको पे सनम चले आते हैं,
आप क्या जानो कहाँ से हमारे गम चले आते हैं,
आज भी उस मोड़ पर खड़े हैं,
जहाँ किसी ने कहा था,कि ठहरो हम अभी आते हैं…